महाभारतम् — 3.113.12
Original
Segmented
विभाण्डकस्य आव्रज् स राजा पशून् प्रभूतान् पशुपान् च वीरान् समादिशत् पुत्र-गृद्धी महा-ऋषिः विभाण्डकः परिपृच्छेद् यदा वः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विभाण्डकस्य | विभाण्डक | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| आव्रज् | आव्रज् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पशून् | पशु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| प्रभूतान् | प्रभू | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| पशुपान् | पशुप | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| वीरान् | वीर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| समादिशत् | समादिस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| पुत्र | पुत्र | pos=n,comp=y |
| गृद्धी | गृद्धिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| ऋषिः | ऋषि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विभाण्डकः | विभाण्डक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| परिपृच्छेद् | परिप्रच्छ् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| यदा | यदा | pos=i |
| वः | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=p |