महाभारतम् — 3.113.6
Original
Segmented
यदा पुनः काश्यपो वै जगाम फलानि आहरितुम् विधिना श्रामणेन तदा पुनः लोभयितुम् जगाम सा वेश-योषाः मुनिम् ऋश्यशृङ्गम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यदा | यदा | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| काश्यपो | काश्यप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वै | वै | pos=i |
| जगाम | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| फलानि | फल | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| आहरितुम् | आहृ | pos=vi |
| विधिना | विधि | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| श्रामणेन | श्रामण | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| लोभयितुम् | लोभय् | pos=vi |
| जगाम | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| वेश | वेश | pos=n,comp=y |
| योषाः | योषा | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| मुनिम् | मुनि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| ऋश्यशृङ्गम् | ऋश्यशृङ्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |