महाभारतम् — 3.115.12
Original
Segmented
एकतः श्यामकर्णानाम् पाण्डुराणाम् तरस्विनाम् सहस्रम् वाजिनाम् शुल्कम् इति विद्धि द्विज-उत्तम
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एकतः | एकतस् | pos=i |
| श्यामकर्णानाम् | श्यामकर्ण | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| पाण्डुराणाम् | पाण्डुर | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| तरस्विनाम् | तरस्विन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| सहस्रम् | सहस्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| वाजिनाम् | वाजिन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| शुल्कम् | शुल्क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| विद्धि | विद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| द्विज | द्विज | pos=n,comp=y |
| उत्तम | उत्तम | pos=a,g=m,c=8,n=s |