महाभारतम् — 3.115.27
Original
Segmented
ततः प्रसादयामास श्वशुरम् सा पुनः पुनः न मे पुत्रो भवेद् ईदृक् कामम् पौत्रो भवेद् इति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततः | ततस् | pos=i |
| प्रसादयामास | प्रसादय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| श्वशुरम् | श्वशुर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| न | न | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| पुत्रो | पुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भवेद् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| ईदृक् | ईदृश् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| कामम् | कामम् | pos=i |
| पौत्रो | पौत्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भवेद् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| इति | इति | pos=i |