महाभारतम् — 3.12.11
Original
Segmented
सम्प्रद्रु-मृग-द्वीपि-महिष-ऋक्ष-समाकुलम् तद् वनम् तस्य नादेन सम्प्रस्थितम् इव अभवत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सम्प्रद्रु | सम्प्रद्रु | pos=va,comp=y,f=part |
| मृग | मृग | pos=n,comp=y |
| द्वीपि | द्वीपिन् | pos=n,comp=y |
| महिष | महिष | pos=n,comp=y |
| ऋक्ष | ऋक्ष | pos=n,comp=y |
| समाकुलम् | समाकुल | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| वनम् | वन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| नादेन | नाद | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| सम्प्रस्थितम् | सम्प्रस्था | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| इव | इव | pos=i |
| अभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |