महाभारतम् — 3.12.44
Original
Segmented
असम्भ्रान्तम् तु तद् रक्षः समरे प्रत्यदृश्यत चिक्षेप च उल्मुकम् दीप्तम् अशनिम् ज्वलिताम् इव
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| असम्भ्रान्तम् | असम्भ्रान्त | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| रक्षः | रक्षस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| प्रत्यदृश्यत | प्रतिदृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| चिक्षेप | क्षिप् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| च | च | pos=i |
| उल्मुकम् | उल्मुक | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| दीप्तम् | दीप् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| अशनिम् | अशनि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| ज्वलिताम् | ज्वल् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| इव | इव | pos=i |