महाभारतम् — 3.12.47
Original
Segmented
तद् वृक्ष-युद्धम् अभवन् महीरुह-विनाशनम् वालिन्-सुग्रीवयोः भ्रात्रोः यथा श्री-काङ्क्षिन् पुरा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| वृक्ष | वृक्ष | pos=n,comp=y |
| युद्धम् | युद्ध | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अभवन् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| महीरुह | महीरुह | pos=n,comp=y |
| विनाशनम् | विनाशन | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| वालिन् | वालिन् | pos=n,comp=y |
| सुग्रीवयोः | सुग्रीव | pos=n,g=m,c=6,n=d |
| भ्रात्रोः | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=6,n=d |
| यथा | यथा | pos=i |
| श्री | श्री | pos=n,comp=y |
| काङ्क्षिन् | काङ्क्षिन् | pos=a,g=m,c=6,n=d |
| पुरा | पुरा | pos=i |