महाभारतम् — 3.120.15
Original
Segmented
द्रोणम् च भीष्मम् च महा-रथा तौ सुतैः वृतम् च अपि अथ सोमदत्तम् सर्वाणि सैन्यानि च वासुदेवः प्रधक्ष्यते सायक-वह्नि-जालैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| द्रोणम् | द्रोण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| भीष्मम् | भीष्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| रथा | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| तौ | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| सुतैः | सुत | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| वृतम् | वृ | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| अथ | अथ | pos=i |
| सोमदत्तम् | सोमदत्त | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| सर्वाणि | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| सैन्यानि | सैन्य | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| वासुदेवः | वासुदेव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रधक्ष्यते | प्रदह् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| सायक | सायक | pos=n,comp=y |
| वह्नि | वह्नि | pos=n,comp=y |
| जालैः | जाल | pos=n,g=n,c=3,n=p |