महाभारतम् — 3.121.17
Original
Segmented
यथायोगम् यथाप्रीति प्रययौ भ्रातृभिः सह ऽसकृद् वित्तम् ब्राह्मणेभ्यः सहस्रशः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यथायोगम् | यथायोगम् | pos=i |
| यथाप्रीति | यथाप्रीति | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| प्रययौ | प्रया | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| भ्रातृभिः | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| सह | सह | pos=i |
| ऽसकृद् | असकृत् | pos=i |
| वित्तम् | वित्त | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ब्राह्मणेभ्यः | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=4,n=p |
| सहस्रशः | सहस्रशस् | pos=i |