महाभारतम् — 3.125.13
Original
Segmented
आर्चीकपर्वतः च एव निवासो वै मनीषिणाम् सदाफलः सदा स्रोतः मरुताम् स्थानम् उत्तमम् चैत्याः च एते बहु-शताः त्रिदशानाम् युधिष्ठिर
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| आर्चीकपर्वतः | आर्चीकपर्वत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| निवासो | निवास | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वै | वै | pos=i |
| मनीषिणाम् | मनीषिन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| सदाफलः | सदाफल | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| सदा | सदा | pos=i |
| स्रोतः | स्रोतस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| मरुताम् | मरुत् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| स्थानम् | स्थान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| चैत्याः | चैत्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| एते | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| बहु | बहु | pos=a,comp=y |
| शताः | शत | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| त्रिदशानाम् | त्रिदश | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=8,n=s |