महाभारतम् — 3.126.4
Original
Segmented
लोमश उवाच शृणुष्व अवहितः राजन् राज्ञस् तस्य महात्मनः यथा मान्धातृ-शब्दः वै लोकेषु परिगीयते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| लोमश | लोमश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| शृणुष्व | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| अवहितः | अवहित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| राज्ञस् | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| महात्मनः | महात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |
| मान्धातृ | मान्धातृ | pos=n,comp=y |
| शब्दः | शब्द | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वै | वै | pos=i |
| लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| परिगीयते | परिगा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |