महाभारतम् — 3.129.3
Original
Segmented
देशो नाहुष-यज्ञानाम् अयम् पुण्यतमो नृप यत्र इष्ट्वा दश पद्मानि सदस्येभ्यो निसृष्टवान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| देशो | देश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| नाहुष | नाहुष | pos=n,comp=y |
| यज्ञानाम् | यज्ञ | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पुण्यतमो | पुण्यतम | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| नृप | नृप | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| इष्ट्वा | यज् | pos=vi |
| दश | दशन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| पद्मानि | पद्म | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| सदस्येभ्यो | सदस्य | pos=n,g=m,c=4,n=p |
| निसृष्टवान् | निसृज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |