महाभारतम् — 3.13.37
Original
Segmented
वैशम्पायन उवाच एवम् उक्त्वा तदा आत्मानम् आत्मा कृष्णस्य पाण्डवः तूष्णीम् आसीत् ततः पार्थम् इत्य् उवाच जनार्दनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशम्पायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| उक्त्वा | वच् | pos=vi |
| तदा | तदा | pos=i |
| आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कृष्णस्य | कृष्ण | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| पाण्डवः | पाण्डव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तूष्णीम् | तूष्णीम् | pos=i |
| आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| ततः | ततस् | pos=i |
| पार्थम् | पार्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| इत्य् | इति | pos=i |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| जनार्दनः | जनार्दन | pos=n,g=m,c=1,n=s |