महाभारतम् — 3.131.11
Original
Segmented
विरोधिषु महीपाल निश्चित्य गुरुलाघवम् न बाधा विद्यते यत्र तम् धर्मम् समुदाचरेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विरोधिषु | विरोधिन् | pos=a,g=m,c=7,n=p |
| महीपाल | महीपाल | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| निश्चित्य | निश्चि | pos=vi |
| गुरुलाघवम् | गुरुलाघव | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| बाधा | बाधा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| समुदाचरेत् | समुदाचर् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |