महाभारतम् — 3.135.7
Original
Segmented
अपाम् ह्रदम् च पुण्य-आख्यम् भृगुतुङ्गम् च पर्वतम् तूष्णीम् गङ्गाम् च कौन्तेय स अमात्यः समुपस्पृश
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अपाम् | अप् | pos=n,g=n,c=6,n=p |
| ह्रदम् | ह्रद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| पुण्य | पुण्य | pos=a,comp=y |
| आख्यम् | आख्या | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| भृगुतुङ्गम् | भृगुतुङ्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| पर्वतम् | पर्वत | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तूष्णीम् | तूष्णीम् | pos=i |
| गङ्गाम् | गङ्गा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| कौन्तेय | कौन्तेय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| स | स | pos=i |
| अमात्यः | अमात्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| समुपस्पृश | समुपस्पृस् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |