महाभारतम् — 3.136.7
Original
Segmented
भरद्वाज उवाच तस्य पुत्रस् तदा जज्ञे मेधावी क्रोधनः सदा स तत् श्रुत्वा अकरोत् दर्पम् ऋषींः च एव अवमन्यत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भरद्वाज | भरद्वाज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| पुत्रस् | पुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| जज्ञे | जन् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| मेधावी | मेधाविन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| क्रोधनः | क्रोधन | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| सदा | सदा | pos=i |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| अकरोत् | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| दर्पम् | दर्प | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| ऋषींः | ऋषि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| अवमन्यत | अवमन् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |