महाभारतम् — 3.137.18
Original
Segmented
स वै प्रविशमानस् तु शूद्रेण अन्धेन रक्षिणा निगृहीतो बलाद् द्वारि सो ऽवातिष्ठत पार्थिव
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वै | वै | pos=i |
| प्रविशमानस् | प्रविश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तु | तु | pos=i |
| शूद्रेण | शूद्र | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| अन्धेन | अन्ध | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| रक्षिणा | रक्षिन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| निगृहीतो | निग्रह् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| बलाद् | बल | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| द्वारि | द्वार् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽवातिष्ठत | अवस्था | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| पार्थिव | पार्थिव | pos=n,g=m,c=8,n=s |