महाभारतम् — 3.138.16
Original
Segmented
सुखिनो वै नरा येषाम् जात्या पुत्रो न विद्यते ते पुत्र-शोकम् अप्राप्य विचरन्ति यथासुखम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सुखिनो | सुखिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| वै | वै | pos=i |
| नरा | नर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| येषाम् | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| जात्या | जाति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| पुत्रो | पुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| पुत्र | पुत्र | pos=n,comp=y |
| शोकम् | शोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अप्राप्य | अप्राप्य | pos=i |
| विचरन्ति | विचर् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| यथासुखम् | यथासुखम् | pos=i |