महाभारतम् — 3.14.5
Original
Segmented
तत्र वक्ष्याम्य् अहम् दोषान् यैः भवान् अवरोपितः वीरसेन-सुतः यैः च राज्यात् प्रभ्रंशितः पुरा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तत्र | तत्र | pos=i |
| वक्ष्याम्य् | वच् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| दोषान् | दोष | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| यैः | यद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| भवान् | भवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| अवरोपितः | अवरोपय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| वीरसेन | वीरसेन | pos=n,comp=y |
| सुतः | सुत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यैः | यद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| राज्यात् | राज्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| प्रभ्रंशितः | प्रभ्रंशय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| पुरा | पुरा | pos=i |