महाभारतम् — 3.146.37
Original
Segmented
कथम् नु कुसुम-अवाप्तिः स्यात् शीघ्रम् इति चिन्तयन् प्रतस्थे नर-शार्दूलः पक्षि-राज् इव वेगितः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कथम् | कथम् | pos=i |
| नु | नु | pos=i |
| कुसुम | कुसुम | pos=n,comp=y |
| अवाप्तिः | अवाप्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| स्यात् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| शीघ्रम् | शीघ्र | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| चिन्तयन् | चिन्तय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| प्रतस्थे | प्रस्था | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| नर | नर | pos=n,comp=y |
| शार्दूलः | शार्दूल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पक्षि | पक्षिन् | pos=n,comp=y |
| राज् | राज् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| वेगितः | वेगित | pos=a,g=m,c=1,n=s |