महाभारतम् — 3.148.2
Original
Segmented
मया धन्यतरो न अस्ति यद् आर्यम् दृष्टवान् अहम् अनुग्रहो मे सु महान् तृप्तिः च तव दर्शनात्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| धन्यतरो | धन्यतर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| यद् | यत् | pos=i |
| आर्यम् | आर्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| दृष्टवान् | दृश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अनुग्रहो | अनुग्रह | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| सु | सु | pos=i |
| महान् | महत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| तृप्तिः | तृप्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| दर्शनात् | दर्शन | pos=n,g=n,c=5,n=s |