महाभारतम् — 3.149.6
Original
Segmented
तद् रूपम् महद् आलक्ष्य भ्रातुः कौरव-नन्दनः विसिस्मिये तदा भीमो जहृषे च पुनः पुनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| रूपम् | रूप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| महद् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| आलक्ष्य | आलक्षय् | pos=vi |
| भ्रातुः | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| कौरव | कौरव | pos=n,comp=y |
| नन्दनः | नन्दन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विसिस्मिये | विस्मि | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तदा | तदा | pos=i |
| भीमो | भीम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| जहृषे | हृष् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| च | च | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |