महाभारतम् — 3.152.12
Original
Segmented
वैशम्पायन उवाच इति उक्त्वा राक्षसान् सर्वान् भीमसेनो व्यगाहत ततः स राक्षसैः वाचा प्रतिषिद्धः प्रतापवान् मा मा एवम् इति स क्रोधैः भर्त्सयद्भिः समन्ततः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशम्पायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| इति | इति | pos=i |
| उक्त्वा | वच् | pos=vi |
| राक्षसान् | राक्षस | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| भीमसेनो | भीमसेन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| व्यगाहत | विगाह् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| ततः | ततस् | pos=i |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| राक्षसैः | राक्षस | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| वाचा | वाच् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| प्रतिषिद्धः | प्रतिषिध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| प्रतापवान् | प्रतापवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| मा | मा | pos=i |
| मा | मा | pos=i |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| इति | इति | pos=i |
| स | स | pos=i |
| क्रोधैः | क्रोध | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| भर्त्सयद्भिः | भर्त्सय् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
| समन्ततः | समन्ततः | pos=i |