महाभारतम् — 3.154.5
Original
Segmented
स भीमसेने निष्क्रान्ते मृगया-अर्थम् अरिंदमे अन्यद् रूपम् समास्थाय विकृतम् भैरवम् महत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भीमसेने | भीमसेन | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| निष्क्रान्ते | निष्क्रम् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| मृगया | मृगया | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अरिंदमे | अरिंदम | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| अन्यद् | अन्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| रूपम् | रूप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| समास्थाय | समास्था | pos=vi |
| विकृतम् | विकृ | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| भैरवम् | भैरव | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |