महाभारतम् — 3.155.30
Original
Segmented
उपरि उपरि शैलस्य गुहाः परम-दुर्गमाः सु दुर्गमान् ते सु बहून् सुखेन एव अभिचक्रमुः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उपरि | उपरि | pos=i |
| उपरि | उपरि | pos=i |
| शैलस्य | शैल | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| गुहाः | गुहा | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| परम | परम | pos=a,comp=y |
| दुर्गमाः | दुर्गम | pos=a,g=f,c=2,n=p |
| सु | सु | pos=i |
| दुर्गमान् | दुर्गम | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| सु | सु | pos=i |
| बहून् | बहु | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| सुखेन | सुख | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| अभिचक्रमुः | अभिक्रम् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |