महाभारतम् — 3.156.8
Original
Segmented
सुकृतम् प्रतिकर्तुम् च कच्चिद् धातुम् च दुष्कृतम् यथान्यायम् कुरु-श्रेष्ठ जानासि न च कत्थसे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सुकृतम् | सुकृत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्रतिकर्तुम् | प्रतिकृ | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| कच्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| धातुम् | धा | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| दुष्कृतम् | दुष्कृत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| यथान्यायम् | यथान्यायम् | pos=i |
| कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
| श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| जानासि | ज्ञा | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| न | न | pos=i |
| च | च | pos=i |
| कत्थसे | कत्थ् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |