महाभारतम् — 3.158.1
Original
Segmented
वैशम्पायन उवाच श्रुत्वा बहुविधैः शब्दैः नादय् गिरेः गुहाः अजात-शत्रुः कौन्तेयो माद्री-पुत्रौ उभौ अपि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशम्पायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| बहुविधैः | बहुविध | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| शब्दैः | शब्द | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| नादय् | नादय् | pos=va,g=f,c=2,n=p,f=part |
| गिरेः | गिरि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| गुहाः | गुहा | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| अजात | अजात | pos=a,comp=y |
| शत्रुः | शत्रु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कौन्तेयो | कौन्तेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| माद्री | माद्री | pos=n,comp=y |
| पुत्रौ | पुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| उभौ | उभ् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| अपि | अपि | pos=i |