महाभारतम् — 3.164.25
Original
Segmented
इन्द्र उवाच क्रूरम् कर्म अस्त्र-विद् तात करिष्यसि परंतप यद्-अर्थम् अस्त्राणि ईप्सुः त्वम् तम् कामम् पाण्डव आप्नुहि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| क्रूरम् | क्रूर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अस्त्र | अस्त्र | pos=n,comp=y |
| विद् | विद् | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| करिष्यसि | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
| परंतप | परंतप | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| यद् | यद् | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अस्त्राणि | अस्त्र | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| ईप्सुः | ईप्सु | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| कामम् | काम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पाण्डव | पाण्डव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| आप्नुहि | आप् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |