महाभारतम् — 3.164.5
Original
Segmented
समेत्य लोकपालैस् तु सर्वैः वैवस्वत-आदिभिः द्रष्टासि अनघ देवेन्द्रम् स च ते ऽस्त्राणि दास्यति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| समेत्य | समे | pos=vi |
| लोकपालैस् | लोकपाल | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| तु | तु | pos=i |
| सर्वैः | सर्व | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| वैवस्वत | वैवस्वत | pos=n,comp=y |
| आदिभिः | आदि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| द्रष्टासि | दृश् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
| अनघ | अनघ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| देवेन्द्रम् | देवेन्द्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
| ऽस्त्राणि | अस्त्र | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| दास्यति | दा | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |