महाभारतम् — 3.168.6
Original
Segmented
धाराणाम् च निपातेन वायोः विस्फूर्जितेन च गर्जितेन च दैत्यानाम् न प्राज्ञायत किंचन
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धाराणाम् | धारा | pos=n,g=f,c=6,n=p |
| च | च | pos=i |
| निपातेन | निपात | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| वायोः | वायु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| विस्फूर्जितेन | विस्फूर्जित | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |
| गर्जितेन | गर्जित | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |
| दैत्यानाम् | दैत्य | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| न | न | pos=i |
| प्राज्ञायत | प्रज्ञा | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| किंचन | कश्चन | pos=n,g=n,c=1,n=s |