महाभारतम् — 3.169.30
Original
Segmented
ततः शक्रेण भगवान् स्वयम्भूः अभिचोदितः विधत्ताम् भगवान् अत्र इति आत्मनः हित-काम्या
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततः | ततस् | pos=i |
| शक्रेण | शक्र | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| भगवान् | भगवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| स्वयम्भूः | स्वयम्भु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अभिचोदितः | अभिचोदय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| विधत्ताम् | विधा | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| भगवान् | भगवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| अत्र | अत्र | pos=i |
| इति | इति | pos=i |
| आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| हित | हित | pos=n,comp=y |
| काम्या | काम्या | pos=n,g=f,c=3,n=s |