महाभारतम् — 3.171.13
Original
Segmented
दिष्ट्या च लोकपालैस् त्वम् समेतो भरत-ऋषभ दिष्ट्या वर्धामहे सर्वे दिष्ट्या असि पुनः आगतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दिष्ट्या | दिष्टि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |
| लोकपालैस् | लोकपाल | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| समेतो | समे | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| भरत | भरत | pos=n,comp=y |
| ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| दिष्ट्या | दिष्टि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| वर्धामहे | वृध् | pos=v,p=1,n=p,l=lat |
| सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| दिष्ट्या | दिष्टि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| आगतः | आगम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |