महाभारतम् — 3.178.29
Original
Segmented
सर्वज्ञम् त्वाम् कथम् मोह आविशत् स्वर्ग-वासिनम् एवम् अद्भुत-कर्माणम् इति मे संशयो महान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सर्वज्ञम् | सर्वज्ञ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| मोह | मोह | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| आविशत् | आविश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| स्वर्ग | स्वर्ग | pos=n,comp=y |
| वासिनम् | वासिन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| अद्भुत | अद्भुत | pos=a,comp=y |
| कर्माणम् | कर्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| संशयो | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| महान् | महत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |