महाभारतम् — 3.178.3
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच दानाद् वा सर्प सत्याद् वा किम् अतो गुरु दृश्यते अहिंसा-प्रिययोः च एव गुरुलाघवम् उच्यताम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| दानाद् | दान | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| सर्प | सर्प | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| सत्याद् | सत्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अतो | अतस् | pos=i |
| गुरु | गुरु | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| दृश्यते | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| अहिंसा | अहिंसा | pos=n,comp=y |
| प्रिययोः | प्रिय | pos=a,g=n,c=6,n=d |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| गुरुलाघवम् | गुरुलाघव | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| उच्यताम् | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |