महाभारतम् — 3.178.30
Original
Segmented
सर्प उवाच सु प्रज्ञम् अपि चेद् शूरम् ऋद्धिः मोहयते नरम् वर्तमानः सुखे सर्वो न अवैति इति मतिः मम
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सर्प | सर्प | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| सु | सु | pos=i |
| प्रज्ञम् | प्रज्ञ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| चेद् | चेद् | pos=i |
| शूरम् | शूर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| ऋद्धिः | ऋद्धि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| मोहयते | मोहय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| नरम् | नर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| वर्तमानः | वृत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| सुखे | सुख | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| सर्वो | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| अवैति | अवे | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| इति | इति | pos=i |
| मतिः | मति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |