महाभारतम् — 3.180.15
Original
Segmented
स पूजयित्वा मधुहा यथावत् पार्थान् च कृष्णाम् च पुरोहितम् च उवाच राजानम् अभिप्रशंसन् युधिष्ठिरम् तत्र सह उपविश्य
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पूजयित्वा | पूजय् | pos=vi |
| मधुहा | मधुहा | pos=n,g=,c=1,n=s |
| यथावत् | यथावत् | pos=i |
| पार्थान् | पार्थ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| कृष्णाम् | कृष्णा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| पुरोहितम् | पुरोहित | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| राजानम् | राजन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अभिप्रशंसन् | अभिप्रशंस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| युधिष्ठिरम् | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| सह | सह | pos=i |
| उपविश्य | उपविश् | pos=vi |