महाभारतम् — 3.180.26
Original
Segmented
यथा त्वम् एव अर्हसि तेषु वृत्तिम् प्रयोक्तुम् आर्या च यथा एव कुन्ती तेषु अप्रमादेन सदा करोति तथा च भूयः च तथा सुभद्रा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यथा | यथा | pos=i |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| तेषु | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| वृत्तिम् | वृत्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| प्रयोक्तुम् | प्रयुज् | pos=vi |
| आर्या | आर्य | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| यथा | यथा | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| कुन्ती | कुन्ती | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| तेषु | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| अप्रमादेन | अप्रमाद | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| सदा | सदा | pos=i |
| करोति | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| तथा | तथा | pos=i |
| च | च | pos=i |
| भूयः | भूयस् | pos=i |
| च | च | pos=i |
| तथा | तथा | pos=i |
| सुभद्रा | सुभद्रा | pos=n,g=f,c=1,n=s |