महाभारतम् — 3.183.1
Original
Segmented
मार्कण्डेय उवाच भूय एव तु माहात्म्यम् ब्राह्मणानाम् निबोध मे वैन्यो नाम इह राजर्षिः अश्वमेधाय दीक्षितः तम् अत्रिः गन्तुम् आरेभे वित्त-अर्थम् इति नः श्रुतम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मार्कण्डेय | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| भूय | भूयस् | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| तु | तु | pos=i |
| माहात्म्यम् | माहात्म्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ब्राह्मणानाम् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| निबोध | निबुध् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| वैन्यो | वैन्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| नाम | नाम | pos=i |
| इह | इह | pos=i |
| राजर्षिः | राजर्षि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अश्वमेधाय | अश्वमेध | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| दीक्षितः | दीक्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अत्रिः | अत्रि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| गन्तुम् | गम् | pos=vi |
| आरेभे | आरभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| वित्त | वित्त | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| नः | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
| श्रुतम् | श्रु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |