महाभारतम् — 3.183.5
Original
Segmented
तत आदाय विप्र-ऋषे प्रतिगृह्य धनम् बहु भृत्यान् सुतान् संविभज्य ततो व्रज यथेप्सितम् एष वै परमो धर्मो धर्म-विद् उदाहृतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तत | ततस् | pos=i |
| आदाय | आदा | pos=vi |
| विप्र | विप्र | pos=n,comp=y |
| ऋषे | ऋषि | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| प्रतिगृह्य | प्रतिग्रह् | pos=vi |
| धनम् | धन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| बहु | बहु | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| भृत्यान् | भृत्य | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| सुतान् | सुत | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| संविभज्य | संविभज् | pos=vi |
| ततो | ततस् | pos=i |
| व्रज | व्रज् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| यथेप्सितम् | यथेप्सित | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वै | वै | pos=i |
| परमो | परम | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| धर्मो | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| विद् | विद् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| उदाहृतः | उदाहृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |