महाभारतम् — 3.185.6
Original
Segmented
तम् कदाचित् तपस्यन्तम् आर्द्र-चीर-जटा-धरम् वीरिणी-तीरम् आगम्य मत्स्यो वचनम् अब्रवीत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| कदाचित् | कदाचिद् | pos=i |
| तपस्यन्तम् | तपस्य् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| आर्द्र | आर्द्र | pos=a,comp=y |
| चीर | चीर | pos=n,comp=y |
| जटा | जटा | pos=n,comp=y |
| धरम् | धर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| वीरिणी | वीरिणी | pos=n,comp=y |
| तीरम् | तीर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आगम्य | आगम् | pos=vi |
| मत्स्यो | मत्स्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |