महाभारतम् — 3.189.22
Original
Segmented
प्रमादाद् यत् कृतम् ते ऽभूत् सम्यग् दानेन तत् जय अलम् ते मानम् आश्रित्य सततम् परवान् भव
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रमादाद् | प्रमाद | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| ऽभूत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
| सम्यग् | सम्यक् | pos=i |
| दानेन | दान | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| जय | जि | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| अलम् | अलम् | pos=i |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| मानम् | मान | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आश्रित्य | आश्रि | pos=vi |
| सततम् | सततम् | pos=i |
| परवान् | परवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| भव | भू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |