महाभारतम् — 3.189.28
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच यत् त्वया उक्तम् द्विज-श्रेष्ठ वाक्यम् श्रुति-मनोहरम् तथा करिष्ये यत्नेन भवतः शासनम् विभो
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| उक्तम् | वच् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| द्विज | द्विज | pos=n,comp=y |
| श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| श्रुति | श्रुति | pos=n,comp=y |
| मनोहरम् | मनोहर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| करिष्ये | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| यत्नेन | यत्न | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| भवतः | भवत् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| शासनम् | शासन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| विभो | विभु | pos=a,g=m,c=8,n=s |