महाभारतम् — 3.196.14
Original
Segmented
मार्कण्डेय उवाच हन्त ते सर्वम् आख्यास्ये प्रश्नम् एतम् सु दुर्वचम् तत्त्वेन भरत-श्रेष्ठ गदतस् तन् निबोध मे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मार्कण्डेय | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| हन्त | हन्त | pos=i |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| सर्वम् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आख्यास्ये | आख्या | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| प्रश्नम् | प्रश्न | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| एतम् | एतद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| सु | सु | pos=i |
| दुर्वचम् | दुर्वच | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| तत्त्वेन | तत्त्व | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| भरत | भरत | pos=n,comp=y |
| श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| गदतस् | गद् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| तन् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| निबोध | निबुध् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |