महाभारतम् — 3.199.14
Original
Segmented
स्वधर्म इति कृत्वा तु न त्यजामि द्विज-उत्तम पुराकृतम् इति ज्ञात्वा जीवामि एतेन कर्मणा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स्वधर्म | स्वधर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| तु | तु | pos=i |
| न | न | pos=i |
| त्यजामि | त्यज् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| द्विज | द्विज | pos=n,comp=y |
| उत्तम | उत्तम | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| पुराकृतम् | पुराकृत | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| ज्ञात्वा | ज्ञा | pos=vi |
| जीवामि | जीव् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| एतेन | एतद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| कर्मणा | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |