महाभारतम् — 3.2.39
Original
Segmented
यथा ह्य् आमिषम् आकाशे पक्षिभिः श्वापदैः भुवि भक्ष्यते सलिले मत्स्यैस् तथा सर्वेण वित्तवान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यथा | यथा | pos=i |
| ह्य् | हि | pos=i |
| आमिषम् | आमिष | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| आकाशे | आकाश | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| पक्षिभिः | पक्षिन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| श्वापदैः | श्वापद | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| भुवि | भू | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| भक्ष्यते | भक्षय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| सलिले | सलिल | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| मत्स्यैस् | मत्स्य | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| तथा | तथा | pos=i |
| सर्वेण | सर्व | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| वित्तवान् | वित्तवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |