महाभारतम् — 3.2.54
Original
Segmented
चक्षुः दद्यान् मनो दद्याद् वाचम् दद्याच् च सूनृताम् प्रत्युद्गम्य अभिगमनम् कुर्यान् न्यायेन च अर्चनम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| चक्षुः | चक्षुस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| दद्यान् | दा | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| मनो | मनस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| दद्याद् | दा | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| वाचम् | वाच् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| दद्याच् | दा | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| च | च | pos=i |
| सूनृताम् | सूनृत | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| प्रत्युद्गम्य | प्रत्युद्गम् | pos=vi |
| अभिगमनम् | अभिगमन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कुर्यान् | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| न्यायेन | न्याय | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |
| अर्चनम् | अर्चन | pos=n,g=n,c=2,n=s |