महाभारतम् — 3.2.60
Original
Segmented
शौनक उवाच अहो बत महत् कष्टम् विपरीतम् इदम् जगत् येन अपत्रपते साधुः असाधुस् तेन तुष्यति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शौनक | शौनक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अहो | अहो | pos=i |
| बत | बत | pos=i |
| महत् | महत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| कष्टम् | कष्ट | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| विपरीतम् | विपरीत | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| जगत् | जगन्त् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| येन | यद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| अपत्रपते | अपत्रप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| साधुः | साधु | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| असाधुस् | असाधु | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| तेन | तद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| तुष्यति | तुष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |