महाभारतम् — 3.2.7
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच मे अपि परमा भक्तिः ब्राह्मणेषु सदा द्विजाः सहाय-विपरिभ्रंशः त्व् अयम् सादयति इव माम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| परमा | परम | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| भक्तिः | भक्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| ब्राह्मणेषु | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| सदा | सदा | pos=i |
| द्विजाः | द्विज | pos=n,g=m,c=8,n=p |
| सहाय | सहाय | pos=n,comp=y |
| विपरिभ्रंशः | विपरिभ्रंश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| त्व् | तु | pos=i |
| अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सादयति | सादय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| इव | इव | pos=i |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |