महाभारतम् — 3.20.12
Original
Segmented
अमृष्यमाणो ऽपसव्यम् प्रद्युम्नेन स सौभ-राज् यन्तारम् अस्य सहसा त्रिभिः बाणैः समर्पयत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अमृष्यमाणो | अमृष्यमाण | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ऽपसव्यम् | अपसव्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| प्रद्युम्नेन | प्रद्युम्न | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सौभ | सौभ | pos=n,comp=y |
| राज् | राज् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यन्तारम् | यन्तृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| सहसा | सहस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| त्रिभिः | त्रि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| बाणैः | बाण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| समर्पयत् | समर्पय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |