महाभारतम् — 3.20.7
Original
Segmented
एवम् उक्त्वा ततो वीर हयान् संचोद्य संगरे रश्मिभिः च समुद्यम्य जवेन अभ्यपतत् तदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| उक्त्वा | वच् | pos=vi |
| ततो | ततस् | pos=i |
| वीर | वीर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| हयान् | हय | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| संचोद्य | संचोदय् | pos=vi |
| संगरे | संगर | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| रश्मिभिः | रश्मि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| समुद्यम्य | समुद्यम् | pos=vi |
| जवेन | जव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| अभ्यपतत् | अभिपत् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| तदा | तदा | pos=i |